मातृछाया
- Objective : मातृछाया की संकल्पना एक ऐसे शिशु संरक्षण गृह के रूप में की गई है जहां पर नवजात/अबोध एवं परित्यक्त शिशुओं के सम्यक पालन पोषण हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को एक छत के नीचे सुनिश्चित किया जा सके |
- Vijay Nagar, Near Ahinsa Chouk Jabalpur,Madhya Pradesh
शिशुओं की देखभाल एवं प्रबंधन हेतु आई.सी.पी.एस. के निर्देशानुसार स्टॉफ की व्यवस्था है। बच्चों के स्वास्थ्य की देख-रेख हेतु एक अंशकालिक चिकित्सक भी हैं, जो कि प्रतिदिन मातृछाया आते हैं। मातृछाया के कार्य संचालन हेतु पृथक से एक संचालन समिति कार्यशील है। दिनांक 1 अगस्त 2015 से जारी कारा की नई गाईड लाईन्स के अनुसार, दत्तक ग्रहण प्रक्रिया हेतु, 3 सदस्यीय अस्थायी पोषण देखरेख एवं दत्तक ग्रहण समिति का गठन किया गया है जिसे कारा द्वारा चयनित दम्पत्ति एवं मुक्त घोषित शिशुओं के मिलान के बाद अस्थायी पोषण देखरेख मे देने की कार्यवाही की जाती है। इस संस्थान द्वारा न्यायालयीन प्रक्रिया के द्वारा दत्तक ग्रहण की कार्यवाही को सुनिश्चित करने का कार्य किया जाता है।
18 मार्च 2017 की स्थिति में स्थिति
विवरण |
बालक |
बालिका |
योग |
कारण |
कुल आए शिशुओं की संख्या |
105 |
167 |
272 |
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गोद दिये गए शिशुओं की संख्या |
75 |
124 |
199 |
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जैविक माता पिता को लौटाए गए शिशु |
12 |
14 |
26 |
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अन्य संस्थानों में स्थानांतरित |
2 |
6 |
8 |
-- |
स्वर्गवासी शिशुओं की संख्या |
8 |
7 |
15 |
जन्म से अस्वसथ |
मातृछाया में शिशुओं की वर्तमान संख्या |
08 |
16 |
24 |
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